यूटिलिटी सॉफ्टवेयर क्या है? – आप सब तो जानते ही हैं कि आज का समय कितना ज्यादा आधुनिक बन गया है आज के समय में लोग अपने किसी भी प्रकार के कार्य को करने के लिए मोबाइल फोन, कंप्यूटर और लैपटॉप जैसे इलेक्ट्रॉनिक चीजों का इस्तेमाल करते हैं । आज के समय में हर जगह कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जा रहा है। कंप्यूटर के अंतर्गत किसी भी प्रकार का कार्य करने के लिए अलग अलग तरह का सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाता है।
आज हम अपने इस आर्टिकल के अंतर्गत एक कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के बारे में ही जानेंगे जिसका नाम है यूटिलिटी सॉफ्टवेयर । इसका इस्तेमाल कंप्यूटर सिस्टम मे अतिरिक्त कार्य क्षमता को जोड़ने और परफॉर्मेंस को बढ़ाने के लिए किया जाता है। चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
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यूटिलिटी सॉफ्टवेयर क्या होता है
यूटिलिटी सॉफ्टवेयर एक तरह का कंप्यूटर सॉफ्टवेयर होता है,जो कि कंप्यूटर सिस्टम की कार्य क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। यह सॉफ्टवेयर कंप्यूटर संसाधन जैसे कि-हार्डवेयर, मेमोरी , सॉफ्टवेयर, इत्यादि की क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है,और साथ ही साथ इसकी संरचना की क्षमता को तेज और सुचारू रूप से काम करने में सहायक होते हैं।
यूटिलिटी सॉफ्टवेयर अलग-अलग क्षमता और आकार के होते हैं। कुछ प्रोग्राम कंप्यूटर के अंतर्गत मौजूद सॉफ्टवेयर की रक्षा करते हैं तो कुछ उनकी कार्यकुशलता और क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ उनमें अतिरिक्त फंक्शनैलिटी ऐड करते हैं।
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को एक आम यूज़र के लिए बनाया गया है, परंतु यूटिलिटी प्रोग्राम को अप्रत्यक्ष रूप से आम यूजर को सुविधा प्रदान करने के लिए बनाया गया है, जो कि आज के समय में लोगों के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद साबित हो रहा है। इन प्रोग्राम को केवल कंप्यूटर सिस्टम तथा सिस्टम सॉफ्टवेयर के लिए ही विकसित किया जाता है, ताकि कंप्यूटर सिस्टम अपनी पूर्ण क्षमता के साथ ठीक तरह से कार्य कर सकें।
यूटिलिटी सॉफ्टवेयर के फायदे
यूटिलिटी के बिना कंप्यूटर सिस्टम अधूरा है। तो चलिए यूटिलिटी सॉफ्टवेयर के कुछ फायदे के बारे में जानते हैं:-
- यूटिलिटी सॉफ्टवेयर कंप्यूटर सिस्टम के अंतर्गत विशेष कार्य और फीचर ऐड करते हैं, जिसकी मदद से कंप्यूटर सिस्टम की कार्य कुशलता में वृद्धि होती है।
- यूटिलिटी सॉफ्टवेयर कंप्यूटर सिस्टम को वायरस और मेलवेयर आदि जैसे अंवाछनीय प्रोग्राम से सुरक्षित रखते हैं।
- यूटिलिटी सॉफ्टवेयर कंप्यूटर सिस्टम के अंतर्गत अलग-अलग तरह के फीचर ऐड करते हैं जिनकी मदद से यूजर अपने पसंद के अनुसार डेस्कटॉप, स्क्रीन सेवर तथा अन्य तरह के सेटिंग्स कर सकते हैं।
- यूटिलिटी सॉफ्टवेयर कंप्यूटर सिस्टम के अंतर्गत कंप्यूटर मेमोरी का प्रबंध करता है।
- यूटिलिटी सॉफ्टवेयर कंप्यूटर सिस्टम को अनजान यूजर से सुरक्षित बनाए रखने के लिए पासवर्ड की भी सुविधा देता है।
- यूटिलिटी सॉफ्टवेयर के प्रकार
यूटिलिटी सॉफ्टवेयर पांच प्रकार के होते हैं, तो चलिए इनके बारे में जानते हैं।
1. File Management programs
आप तो जानते ही होंगे कि कंप्यूटर की मेमोरी में बहुत सारे और अलग-अलग प्रकार के डाटा स्टोर रहते हैं, जिस का प्रबंध करने का कार्य फाइल मैनेजर प्रोग्राम के द्वारा किया जाता है। साथ ही यह प्रोग्राम स्थाई तथा अस्थाई दोनों तरह के डाटा को प्रबंध करने का कार्य करता है । जिससे कि यूजर्स को स्पेसिफिक डाटा ढूंढने में मदद मिलती है, जिसके कारण वे अपने काम को बड़ी आसानी और तेजी के साथ कर सकते हैं।
2. File Compression Programs
यह प्रोग्राम कंप्यूटर सिस्टम के अंतर्गत मौजूद मेमोरी की क्षमता में वृद्धि करने का कार्य करता है। और इसके साथ ही साथ यह डिस्क मे डाटा सेव करने की क्षमता को बढ़ाता है। और यह नार्मल फाइल के साइज को छोटा करता है , जिससे कि कंप्यूटर सिस्टम के अंतर्गत ज्यादा से ज्यादा फाइल से हो सकते हैं।
3. Backup and recovery tools
आप तो जानते ही हैं कि कंप्यूटर सिस्टम के अंतर्गत आते बहुत सारी समस्याएं होती हैं जिनके कारण कंप्यूटर के अंतर्गत मौजूद फाइल डिलीट हो जाती हैं तो इस समस्या का निवारण करने के लिए यह सॉफ्टवेयर कंप्यूटर में सेव फाइल का बैकअप बनाकर रखता है यानी कि डुप्लीकेट कॉपी बनाकर रखता है। यह टूल सभी डाटा को सुरक्षित रखता है और वापस रिकवर करने की सुविधा भी देता है।
4. Security tools
आज के समय में ज्यादा ऑनलाइन रहने से कंप्यूटर सिस्टम के अंतर्गत बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जिसमें की डाटा चोरी , वायरस, इत्यादि शामिल हैं। इसीलिए इन सभी चीजों से अपने कंप्यूटर सिस्टम को सुरक्षित रखने के लिए सिक्योरिटी टूल्स इस्तेमाल किया जाता है।
5. Disk cleaners and Disk management programs
कंप्यूटर के अंतर्गत डाटा का इस्तेमाल करते वक्त बहुत सारे अनयूजेबल डाटा मेमोरी में सेव होते रहते हैं जिनके कारण स्टोरेज भरने का खतरा रहता है। इसीलिए कंप्यूटर में मौजूद कचरे को साफ करने के लिए डिस्क क्लीनर का इस्तेमाल किया जाता है, और डिस्क मैनेजमेंट के मदद से कंप्यूटर सिस्टम को ज्यादा स्टोरेज प्रदान की जाती है।