AePS क्या है? और इसके फायदे क्या है? – भारत एक बहुत ही बड़ा देश है, और यहां बहुत से लोग निवास करते हैं। जिनमें से अधिकतर लोग ग्रामीण क्षेत्र में निवास करते हैं , जहां पर लोगों के लिए ज्यादा सुख सुविधाएं मौजूद नहीं होती हैं। इन्ही सुविधाओं में से एक है बैंकिंग की सुविधा।
बैंक की सुविधा खास करके ग्रामीण इलाके में मौजूद नहीं होती है, इसी कारण गांव के लोग बैंकिंग सुविधाओं से या तो वंचित रहते हैं या फिर उन्हें इस सुविधा का लाभ लेने के लिए अलग-अलग तरह के कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ता है। इसी समस्या का निवारण करने के लिए सरकार द्वारा AePS यानी कि आधार आधारित भुगतान प्रणाली निकाला गया है जिसकी मदद से ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी बैंकिंग सुविधा प्राप्त कर सकते हैं चलिए AePS के बारे में आगे विस्तार से जानते हैं।
AePS क्या है
AePS एक तरह का आधार आधारित भुगतान प्रणाली है। जिसके माध्यम से पैसों की लेनदेन आसानी से हो पाती है। इसे NPCI यानी कि नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने भारतीय रिजर्व बैंक तथा अन्य सदस्य बैंकों के द्वारा सलाह मशवरा करके विकसित किया है । और यह एक तरह का आधार बेस्ड पेमेंट सिस्टम है । जिसका उद्देश्य बैंकिंग सुविधा से वंचित इलाके के लोगों को बैंकिंग सेवाएं प्रदान करना है।
इस प्रणाली के आने से लोगों को बैंकिंग से जुड़े हुए सुविधाएं बड़ी आसानी से मिल गई। इस सिस्टम के माध्यम से बैंकिंग लेनदेन का कार्य बहुत ही आसान हो गया है। इस प्रणाली के आने के बाद लोगों को पैसे जमा करने या पैसे निकालने के लिए बैंक जाने की जरूरत नहीं पड़ती है, और ना ही उन्हें बैंक पासबुक, डेबिट कार्ड, या क्रेडिट कार्ड इत्यादि चीजें अपने पास रखने की जरूरत पड़ती है।
इस सिस्टम के मदद से सिर्फ आधार नंबर के माध्यम से लोगों के बैंक से जुड़ी हुई किसी भी प्रकार के कार्य घर बैठे आसानी से पूरे हो जाते हैं। जिन इलाकों में बैंकिंग के सुविधाएं उपलब्ध नहीं होती उन इलाकों के लोगों के लिए यह एक बहुत ही अच्छा साधन है इस प्रणाली के कारण उन्हें बैंक जाने की जरूरत नहीं पड़ती है, क्योंकि एक तरह से देखा जाए तो बैंक की लोगों के पास आ गई है।
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यह सिस्टम का उपयोग बैंक करस्पोंडेंट (BC) की सहायता से किया जाता है। बैंक बीसी के पास एक माइक्रो एटीएम होता है जो कि बैंक के बायोमेट्रिक डिवाइस से जुड़ा होता है। जिसके अंतर्गत यूजर अपनी आधार नंबर डालता है और फिर पैसा जमा करने या निकालने की रकम को बता कर फिंगरप्रिंट या फिर आंख की पुतली के फोटो के माध्यम से पहचान प्रमाणित कराता है। पहचान की जांच होने के बाद लेनदेन का काम हो जाता है ।इसके अंतर्गत किसी भी प्रकार का खतरा नहीं होता है। यह सिस्टम लेन-देन करने के लिए पूरी तरीके से सुरक्षित होता है।
AePS के फायदे
इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि बैंकिंग सुविधाओं से वंचित इलाकों के लोग भी इस सिस्टम के माध्यम से बैंकिंग सुविधाएं अवगत हुए हैं। परंतु इसके साथ ही साथ इस सिस्टम के और भी बहुत से फायदे हैं । तो चलिए उनके बारे में विस्तार से जानते हैं:-
1. यूजर को घर बैठे बड़ी ही आसानी के साथ बैंकिंग से जुड़े हुए सभी प्रकार की सुविधाएं मिल रही हैं।
2. इस सिस्टम के माध्यम से अब ग्रामीण इलाके या छोटे इलाके के लोगो को पैसे जमा करने या निकालने के लिए शहरी इलाकों के बैंक तक जाने की जरूरत नहीं है।
3. इस सिस्टम के आने से अब लोगों को बैंक से जुड़ी हुई जानकारी जैसे कि खाता नंबर , बैंक का नाम इत्यादि चीजें याद रखने की जरूरत नहीं है।
4. इस सिस्टम के अंतर्गत केवल आधार नंबर और फिंगरप्रिंट के माध्यम से बैंक का काम बड़ी ही से आसानी हो जाता है।
5. यह बहुत ही सुरक्षित और तेज भुगतान प्रणाली है।
6. अब पैसे की लेनदेन करने के लिए लोगों को पासबुक , डेबिट कार्ड आदि साथ लाने – लेजाने की जरूरत नहीं है।
7. इस सिस्टम के आने के बाद बैंक से जुड़े हुए किसी भी प्रकार के कार्य करने के लिए फॉर्म भरने की जरूरत नहीं है।
8. इस सिस्टम के माध्यम से बिना साइन किए और बिना अंगूठा लगाए ही पैसे का लेन – देन हो जाता है।
9. इस सिस्टम के अंतर्गत लोगों को अंतरिय बैंकिंग लेन-देन की सुविधा भी मिलती है, जिसके माध्यम से लोग एक बैंक से दूसरे बैंक में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं।
10. इस सिस्टम के अंतर्गत लोगों को सरकार द्वारा निकाले गए विभिन्न योजनाओं और पेंशन इत्यादि का भी सुविधा मिलता है